विनोबा ने विज्ञान को अध्यात्म से जोड़ने की बात कही थी

विनोबा ने विज्ञान को अध्यात्म से जोड़ने की बात कही थी

लिलासी/सोनभद्र/

स्थानीय ब्लॉक के गोविंदपुर स्थित सामाजिक संस्थान बनवासी सेवा आश्रम गुरुवार को महान स्वतंत्रा सेनानी,भारत रत्न संत विनोबा भावे का जन्म दिन गोष्ठी के रूप में मनाया गया कार्यक्रम में उनके जीवन, प्रकाश डाला गया तथा गांधी के साथ जुड़ कर स्वतंत्रता आंदोलन तथा आजादी के बाद भूदान आंदोलन पर चर्चा की गई । युवा सामाजिक कार्यकर्ता बिहारी लाल ने भू दान की चर्चा की और बताया कि 47 लाख एकड़ जमीन जमींदारों और पूंजीपतियों से दान में मांग कर गरीबों में बांटी और भूमिहीनों के असंतोष को कम किया। एशवी पांडेय ने कविता के माध्यम से उनके जीवन पर प्रकाश डाला।विद्यालय की प्रधानाचार्या इंदुबाला सिंह ने गरीबी मिटाने और स्वरोजगार के प्रयास पर चर्चा की सर्वजीत सिंह , विमल सिंह ,ने विस्तार से चर्चा करते हुए उनके लिखी पुस्तक और गांधी के साथ बिताए पलों की जानकारी दी।कहा कि विनोबा 18 भाषाओं के जानकार थे।उन्होंने मौसम परिवर्तन और प्रदूषण को पहले ही आंक लिया था।और विज्ञान को अध्यात्म से जोड़ने की वकालत की थी।उन्होंने विश्व के कल्याण की कमाना करते हुए जय जगत का नारा दिया ।और विश्व के कल्याण की बात कही थी मौके पर डा विभा,शुभा प्रेम, केवला दुबे, लक्ष्मण सिंह, प्रति यादव, राकेश कुमार, अनु प्रिया, मुलायम सिंह आदि उपस्थित रहे।

 

 

news portal development company in india
error: Content is protected !!