सेवा मुक्त किए जाने पर ओबरा में अल्ट्राटेक माइंस के कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
झारखंड सवेरा यूपी
ओबरा के भलुआ टोला स्थित अल्ट्राटेक माइंस में कार्यरत स्थानीय श्रमिकों व कर्मचारियों को प्रबंधन द्वारा अचानक कार्यमुक्त कर दिया गया, जिससे वे पूरी तरह बेरोजगार हो गए हैं। ये कर्मचारी लगभग 6 वर्ष 6 महीने से अधिक समय तक परियोजना को अपनी सेवाएं देते रहे, लेकिन अब उन्हें न तो सेवा अवधि के अनुरूप बोनस दिया जा रहा है, और न ही ग्रेच्युटी कर्मचारियों का कहना है कि वे पिछले 10 दिनों से अपनी मांगों को लेकर अल्ट्राटेक विभाग के उच्च अधिकारियों के समक्ष दौड़-धूप कर रहे हैं, लेकिन न तो अधिकारी उनसे मुलाकात कर रहे हैं, और न ही फोन कॉल का जवाब दे रहे हैं। इससे कर्मचारी के आजीविका और परिवार के भरण-पोषण में गंभीर संकट उत्पन्न हो रहाहै श्रम विभाग के नियमों के अनुसार, इतने वर्षों की सेवा देने के बाद कर्मचारियों को उनके परिश्रम के अनुरूप एकमुश्त धनराशि (ग्रेच्युटी) और अन्य सेवा लाभ मिलने चाहिए। लेकिन कर्मचारियों का आरोप है कि प्रबंधन उनकी वैधानिक राशि हड़पने की तैयारी में है। इससे वे मानसिक और आर्थिक, दोनों तरह से गंभीर रूप से परेशान हैं।कानूनी जानकारी की कमी के कारण ये श्रमिक दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं और न्याय की तलाश में भटक रहे हैं। वे मांग करते हैं किसेवा अवधि के अनुसार सभी कर्मचारियों को ग्रेच्युटी और बोनस का भुगतान तत्काल किया जाए।श्रम विभाग हस्तक्षेप कर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराए। बेरोजगार हुए श्रमिकों के पुनर्वास की व्यवस्था की जाए इस दौरान उपस्थित कर्मचारी उपहार, इरफान, रमेश कुमार शर्मा, पप्पु, सूर्य प्रकाश, अशोक, संजय तिवारी, सूर्य प्रकाश, राम वचन, अरुण पाठक, शिव शंकर, सुरेश नायक, दीपक, मोहन साहनी, दीपक–2, दिनेश, प्रदीप, किशुन, शारदा मिश्रा, कमला प्रसाद, राजू, सोना–3, सुरताप, शाहिद, शिवनाथ, राम प्रकाश भारती, शत्रुघ्न कन्नौजी, राम प्रकाश गुप्ता, केशव मिश्रा, सलमान, रामरक्षा, जिवलाल, रुक्कलाल, विनोद, शानकुमार मिश्रा, अमित, रामकुमार–2