पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को मिली डॉक्टरेट की मानद उपाधि
झारखंड सवेरा
गढ़वा : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं ओडिशा के पूर्व राज्यपाल रघुवर दास को अब “डॉ. रघुवर दास” के नाम से जाना जाएगा। उन्हें यह डॉक्टरेट की मानद उपाधि विश्रामपुर स्थित रामचंद्र चंद्रवंशी विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में प्रदान की गई। उपाधि उन्हें झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार द्वारा दी गई।इस मौके पर विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए थे। दीक्षांत समारोह में रघुवर दास ने कहा कि यह उनके जीवन का गौरवपूर्ण क्षण है। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन और विद्यार्थियों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि शिक्षा, शोध और सामाजिक विकास में इस विश्वविद्यालय की भूमिका सराहनीय रही है। राज्यपाल संतोष गंगवार ने भी समारोह को संबोधित करते हुए आत्मनिर्भरता और नैतिकता के मूल्यों पर बल दिया।
तेजस्वी यादव के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया
मीडिया से बातचीत में रघुवर दास ने बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के (विशेष गहन पुनरीक्षण) संबंधी बयान पर जवाब देते हुए कहा कि कोई कितना भी जनता को गुमराह करने की कोशिश करे, लेकिन देश की जनता अब जागरूक हो चुकी है। जनता अपने मताधिकार का उपयोग सोच-समझकर करती है और ऐसी सरकार को चुनती है जो वास्तव में उनके लिए कार्य करती है। उल्लेखनीय है कि तजस्वी यादव ने हाल ही में बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बहिष्कार की संभावना पर गठबंधन दलों से विचार-विमर्श की बात कही थी, जिसे लेकर यह प्रतिक्रिया सामने आई।
कांवड़ यात्रा पर आपत्तिजनक बयान की निंदा
उत्तर प्रदेश AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली द्वारा कांवड़ियों को लेकर दिए गए विवादित बयान “कांवड़ियों को जेल में डाल देना चाहिए” की रघुवर दास ने तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह केवल कांवड़ नहीं, सनातन धर्म और हमारी आस्था का प्रश्न है। इस प्रकार के उन्मादी बयान समाज में भ्रम फैलाने की कोशिश हैं, लेकिन जनता इन बातों को समझती है और समय आने पर अपना उत्तर देती है।उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसे बयानों से किसी भी धर्म या समुदाय का भला नहीं होता, बल्कि यह सामाजिक सौहार्द्र को नुकसान पहुंचाते हैं।