आंखो की रौशनी लौटाना सबसे बड़ा पुनित कार्य : सिविल सर्जन

आंखो की रौशनी लौटाना सबसे बड़ा पुनित कार्य : सिविल सर्जन 

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राधिका नेत्रालय में मोतियाबिंद के 70 मरीजों का हुआ निःशुल्क ऑपरेशन

झारखंड सवेरा

गढ़वा : जिला अंधापन नियंत्रण समिति एवं राधा लक्ष्मी ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में चिरौजिया मोड़ स्थित राधिका नेत्रालय में मोतियाबिंद के मरीजों के लिए निःशुल्क लेंस प्रत्यारोपण शिविर का आयोजन किया गया. इसमें 70 मरीजों का लेंस प्रत्यारोपण किया गया. इस अवसर पर ऑपरेशन कराये गये मरीजों के बीच सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार ने चश्मा का वितरण किया. मौके पर सिविल सर्जन ने कहा कि मोतियाबिंद कोई अभिशाप नहीं है बल्कि यह एक बीमारी है. पहले अधिक उम्र के लोगों को यह बीमारी होती थी. लेकिन अब कम उम्र के लोग भी मोतियाबिंद की चपेट में आ रहे हैं. और यह इसलिये हो रहा है कि लोग अपने रहन सहन पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. आंखो को धूल एवं धुंआ बचाने का प्रयास किया जाना चाहिये. नेत्र चिकित्सक सुशील कुमार ने बताया मार्च से अब तक आयोजित शिविर में 1700 मोतियाबिंद के मरीजों का सफल ऑपरेशन किया जा चुका है. शिविर में वैसे गरीबों को काफी लाभ मिल रहा है, जो पैसे के अभाव में अंधापन का जीवन जीने को विवश थे. नेत्रालय में मोतियाबिंद के मरीजों की निःशुल्क जांच प्रतिदिन सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक की जाती है. प्रबंधक पायल गुप्ता ने कहा कि ऑपरेशन के बाद सभी मरीजों को ठहरने की निःशुल्क व्यवस्था होती है तथा उन्हें खाना भी दिया जाता है.

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