मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत के बाद एसीएमओ पहुंचे कचनार पीएचसी
उपेंद्र तिवारी,दुद्धी
दुद्धी / सोनभद्र – नव सृजित विकास खण्ड कोन के ग्राम पंचायत कचनर वा में संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कचनरवा को दान में मिली जमीन पर अतिक्रमणकारियों द्वारा मकान बनाकर कब्जा करने के मुख्यमंत्री पोर्टल या अन्य पोर्टल पर की गई शिकायत को संज्ञान में लेते हुए एसीएमओ डॉक्टर पी के राय ने शिकायत कर्ता सरोज देवी व विश्वजीत श्रीवास्तव से कचनरवा पीएचसी पर मुलाकात किया।उन्होंने बड़े ही सरल भाव से सुना और कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया और शिकायतकर्ता विश्वजीत द्वारा मौके पर बाउंड्रीवाॅल का निर्माण पूरे हॉस्पिटल की जमीन पर कराने की मांग किया अन्यथा की स्थिति में हॉस्पिटल की संपूर्ण जमीन खाली कराने की मांग किया है यहाँ तक सवाल किया कि कहा कि आखिर कब तक हॉस्पिटल की जमीन अतिक्रमण मुक्त होगा ?क्या हम लोगों के आत्म ह्त्या करने के बाद जमीन खाली होगा, जिस पर एसीएमओ ने बड़े ही सरलता से कहा कि यह मामला राजस्व विभाग से संबंधित है इसलिए राजस्व विभाग को अवगत करायें और उन्होंने कहा कि जब तक मामले का निस्तारण नहीं हो जाता है तब तक हॉस्पिटल के जमीन पर कोई निर्माण कार्य नहीं होगा । इस बावत् एसीएमओ ने सेल फोन पर बताया कि शिकायत के क्रम में पीएचसी कचनरवा गया था जहाँ शिकायतकर्ता से बात कर संतुष्ट कर उन्हें संबंधित विभाग से सम्पर्क करने हेतु सुझाव दिया पर उन्होंने इस बात पर जरूर जोर दिया गया कि भूमि संबंधित प्रकरण पर विभाग का कोई वास्ता नहीं है यह मामला राजस्व विभाग का है और उन्होंने बाउंड्रीवाॅल निर्माण संबंधी जानकारी से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि फिलहाल अभी बस हॉस्पिटल के बाहर सड़क निर्माण का मामला सामने आया है जिस पर कार्य होना है जिसमे विभाग का इसमें कोई सरोकार नहीं है।हॉस्पिटल के बाहर सड़क निर्माण का कार्य होना है जिस पर शिकायतकर्ता अपनी सहमति ब्यक्त किया है। जिसके क्रम में सरोज देवी व विश्वजीत श्रीवास्तव ने राजस्व विभाग की मिलीभगत व संबंधित विभाग की उदासीनता का आरोप लगाते हुए हॉस्पिटल की संपूर्ण जमीन को स्वास्थ्य विभाग अपने कब्जे में लेकर बॉउंड्रीवाॅल की निर्माण कराने की मांग की है अन्यथा कि स्थिति में हॉस्पिटल की पूरी जमीन वापस की जाय ।बतातें चलें कि कचनर वा क्षेत्र में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के निवारण के लिए कुछ वर्ष पूर्व स्वास्थ्य विभाग की अपील पर स्थानीय निवासी उदय लाल श्रीवास्तव व सीताराम ने संयुक्त रूप से हॉस्पिटल निर्माण के लिए वर्ष 1997 में पांच बीघा जमीन हॉस्पिटल बनाने के लिए राज्यपाल के नाम दान पत्र लिखा था जिसमें उदय ने डेढ़ बीघा जमीन पर हॉस्पिटल बनकर संचालित है वहीं सीताराम ने साढ़े तीन बीघा जमीन कैम्पस सहित अन्य सुविधाओं के विस्तार के लिए सुरक्षित रखा गया था जिस पर हॉस्पिटल प्रबंधन की लापरवाही व राजस्व विभाग के द्वारा राजस्व विभाग द्वारा राजस्व रिकार्ड हॉस्पिटल का नाम न दर्ज करके जनहित के विपरीत कार्य किया है जहाँ हॉस्पिटल की करोड़ों रुपये की भूमि चंद लोगों के नाम कर दिया गया जहां लोगों द्वारा मकाम तक बना लिया गया है जो कि अब दानदाताओं सहित स्थानीय लोगों के लिए गले का फांस बन गया है। जिसके क्रम में दानदाता उदय लाल श्रीवास्तव की पत्नी सरोज देवी का आरोप है कि हॉस्पिटल की सम्पूर्ण भूमि को हॉस्पिटल प्रबंधन तत्काल अपने कब्जे में ले या फिर मेरी जमीन वापस दिलाया जाय और उन्होंने संबंधित विभाग व राजस्व विभाग की मिलीभगत से जमीन कब्जा करने का आरोप लगाया है जिसके क्रम में उन्होंने प्रधान मंत्री,मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी को पत्र भेजकर व सक्षम न्यायालय में वाद दाखिल कर न्याय की गुहार लगाई है। इस बावत् पूर्व उप ब्लॉक प्रमुख चोपन राजनारायण जायसवाल ने बताया कि पूर्व राज्य मंत्री सूबेदार प्रसाद व जिला पंचायत सदस्य मटुकधारी सिंह जिला पंचायत सदस्य व हम लोगों के अथक प्रयास से कचनरवा पीएचसी की जमीन उपलब्ध कराया गया था किन्तु कतिपय कारणों व राजस्व विभाग की नाकामी से हॉस्पिटल की जमीन पर कब्जा कर मकान तक बना लिया गया। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व संबंधित विभाग से मांग किया है कि हॉस्पिटल की जमीन को मुक्त कराकर भब्य सुविधायुक्त हॉस्पिटल का सौन्दर्यीकरण बनाने की वकालत की है जो यहाँ के गरीब आदिवासियों के लिए वरदान साबित होगा। इसी क्रम में वरिष्ठ समाजसेवी व सपा नेता जोखन प्रसाद यादव ने कहा कि यह हॉस्पिटल यहाँ के गरीब आदिवासियों के लिए वरदान साबित हो रहा है। उन्होंने हॉस्पिटल प्रबंधन व राजस्व विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ राजस्व विभाग की नाकामी या उनके द्वारा राजस्व रिकार्ड में रकबा में हेरा फेरी किया गया जिसके चलते अतिक्रमणकारियों द्वारा घर तक बना लिए गए हैं और उन्होंने प्रदेश सरकार से हॉस्पिटल की जमीन मुक्त कराने की मांग किया है।