झारखंड सवेरा
गढ़वा : रविवार को झारखण्ड मुक्ति मोर्चा जिला समिति, गढ़वा द्वारा मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के अथक प्रयास से बिरसा मुण्डा पार्क गढ़वा में स्थापित धरती आबा भगवान बिरसा मुण्डा के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। वक्ताओं द्वारा बिरसा मुण्डा के जीवनी एवं उनके विचारों पर प्रकाश डाला गया। धरती आबा भगवान बिरसा मुण्डा की 122वाँ शहादत दिवस मनाया गया। बिरसा मुण्डा का जन्म 15 नवंबर 1875 के दशक में छोटा किसान के गरीब परिवार में हुआ था। मुण्डा जी का एक जनजातीय समुह था जो छोटानागपुर पठार (झारखंड) के निवासी थे। आदिवासी लोगों को संगठित किए जाने के आरोप में बिरसा जी को 1900 ई0 में ब्रिटिश सरकार द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया तथा उन्हें दो साल का दण्ड दिया गया। जनवरी 1900 ई0 में बिरसा जी के नेतृत्व में डोम्बरी पहाड़ पर एक और संघर्ष हुआ था जिसमें बहुत सी औरते व बच्चें मारे गये थे। उस स्थान पर बिरसा अपनी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। बाद में बिरसा जी के कुछ शिष्यों की गिरफ्तारियाँ भी हुई। अंत में स्वयं बिरसा जी भी 03 फरवरी 1900 ई0 को चक्रधरपुर के जमकोपाई जंगल से अंग्रेजों द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। बिरसा जी ने अपनी अंतिम साँसें 09 जून 1900 ई0 को ली। इन्हें ब्रिटिश शासन के द्वारा जहर देकर जेल में ही मार डाला। इस मौके पर जिला अध्यक्ष, तनवीर आलम खान, सचिव, मनोज ठाकुर, केन्द्रीय सदस्य, शरीफ अंसारी, जिला संगठन सचिव, करीब अंसारी, युवा जिला अध्यक्ष, संजय सिंह उर्फ छोटू, रीता देवी, परशु राम कुशवाहा, अजय यादव, परशु राम, अखिलेश कुमार तिवारी, सुरेन्द्र गोस्वामी एवं सैकड़ों कार्यकर्त्ता उपस्थित थे।