झारखंड सवेरा गढ़वा
झामुमो के जिला सचिव मनोज ठाकुर ने एक बयान जारी कर कहा है कि मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के नेतृत्व में गढ़वा जिले में लोकसभा का चुनाव लड़ा गया और एक एक पार्टी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी और जवाबदेही दिया गया था। इंडिया गठबंधन की प्रत्याशी ममता भूईया के पक्ष में जनसंपर्क अभियान जोर शोर चलाया गया। वहीं पंचायत स्तर पर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक आयोजित कर इण्डिया गठबंधन को जीत दिलाने के लिए गांव पंचायत बुथ पर कार्यकर्ताओं को लगाया गया। गढ़वा जिला में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने ऐसा चुनाव अभियान चलाया की भारतीय जनता पार्टी को इस बार के लोकसभा चुनाव में लोहा का चना चबवा दिया। मजबूरण भाजपा के प्रत्याशी एवं नेताओं को गांव पंचायत में हांफते हुए दौड़कर जाना पड़ा और ग्रामीणो का आक्रोश भी झेलना पड़ा। क्योंकि भाजपा सांसद विष्णुदयाल राम कभी गांव पंचायत में गये ही नहीं थे और ना ही इनके द्वारा कोई काम किया गया था। क्षेत्र में इनके प्रति आक्रोश था। श्री ठाकुर ने कहा कि गढ़वा जिला में राजद के कमजोर संगठन होने के कारण अच्छा प्रदर्शन नहीं किया गया। गढ़वा जिला में मंत्री के प्रयास से इण्डिया गठबंधन बेहतर तरीके से चुनाव लड़ा और मंत्री के प्रयास से झामुमो के वरिष्ठ नेत्री सह पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष कल्पना मुर्मू एवं तेजस्वी यादव का कार्यक्रम भी सफल हुआ। इन नेताओं को सुनने के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा और यह सैलाब बदलाव का था। इससे घबराकर भाजपा के लोगों ने वोटरों के चुटका पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं वीडी राम के फोटो के साथ मतदान के दिन बुथ पर बांटे जाने लगा। इसकी सुचना पर मंत्री पहुंचे थे और अपने कार्यकर्ताओं से जानकारी ले रहे थे। लेकिन भाजपा द्वारा झूठा आरोप लगाकर मंत्री पर आदर्श आचार संहिता का केस दर्ज करा दिया गया।