रमना के दोमुहान कजरी नदी पर पुलिया नही,लोग परेशान
झारखंड सवेरा
रमना : प्रखंड के सिलीदाग पंचायत के बिवाटीकर और केरवा-मानदोहर मार्ग में दोमुहान कजरी नदी पर पुल नहीं रहने के कारण दोनों गांवों के लोगों को बरसात के दिनों में काफी दिक्कत होती है। खासकर गर्भवतियों और बीमार-बुजुर्ग को।बियवाटीकर और केरवा को जोड़ने के लिए दोमुहान नदी पर कोई पुल नहीं। पानी बढ़ने पर संपर्क भंग हो जाता है।निर्वाध यात्रा के लिए दोनों गांव के लोगो क दस किलोमिटर अतिरिक्त यात्रा करना पड़ता है।संबंधित गांवों के लोग नदी पर पुल बनाने की मांग पिछले पंद्रह से बीस वर्षों से करते आ रहे है, लेकिन जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी इस समस्या को हल्के में ले रहे हैं। बताते चलें कि बियवाटीकर और केरवा मार्ग में दोमुहान कजरी नदी की चौड़ाई लगभग 50 फीट से ज्यादा है। बरसाती और पहाड़ी नदी होने के कारण बरसात के दिनों में नदी विकराल रूप ले लेती है। बरसात के दिनों में दोनों गांव के लोग उस मार्ग से यात्रा करने से डरते है।पुलिया निर्माण नही होने से दोनों गांव का आर्थिक विकास भी प्रभावित है।इतना ही नही कोई गंभीर रूप बीमार व्यक्ति या गर्भवती महिला को इलाज के लिए मुख्यपथ पथ वाहनों से ले जाने में भी परेशानी होती है। स्कूल-कालेज आने-जाने वाले छात्र-छात्राओं को नदी पार करने में बहुत कठिनाई होती है। साइकिल से नदी पार करना कठिन होता है।आठ माह लोगो को घुटने भर पानी से गुजना पड़ता है।इसीलिए इस नदी पर पुल बनाना अति आवश्यक है। जितेद्र विश्वकर्मा,बियवाटीकर । -वर्षात हो या गर्मी नदी पार करने में काफी कठनाइयों का सामना करना पड़ता है। वर्षात में महिलाओं को ज्यादा परेशानी होती है। पुल बनाना बहुत जरूरी है। श्यामनाथ राम,बियवाटीकर। – दोमुहान कजरी नदी के दोनों ओर गांव की जमीन काफी उपजाऊ है। लेकिन विकास से पीछे है। पुल बन जाने सभी गांवों में विकास होगा। सबसे बड़ी समस्या आने जाने की है जो पुल बनने से दूर होगा। शिवकवल पाल,बियवाटीकर। – इस नदी पर पुल बनना अति आवश्यक है।पुलिया बन जाने से प्रखंड मुख्यालय रमना से सीधा केरवा आने -जाने के लिए छोटी गाड़ियां मसलन टेंपो, ई-रिक्शा चलने लगेगी। जिससे ग्रामीणों की मुश्किलें कम होगी, और युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। बैजनाथ पाल,बियवाटीकर। दोमुहान कजरी नदी पर पुल बनाने के लिए लंबे समय से प्रयासरत हैं।पुलिया निर्माण के लिए ग्राम सभा में प्रस्ताव पास कर उच्चाधिकारीयों को भी भेजा गया है।इसके अलावे इस समस्या से बड़े जनप्रतिनिधियों को भी अवगत कराया गया है। अनीता देवी, मुखिया,सिलीदाग